भारत विकास परिषद का तीन दिवसीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर संपन्न
अपनी सुरक्षा के लिए दूसरों पर निर्भर ना हो खुद आत्मनिर्भर बनी युवतियों बालिकाओं ने सीखे आत्मरक्षा के गुर
नीमच। सेवा संस्कार में अग्रणी भारत विकास परिषद शाखा नीमच मध्य भारत पश्चिमी प्रांत मध्य रीजन द्वारा महिलाओं, युवतियों और बालिकाओं के लिए तीन दिवसीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर 19 जून से 21 जून तक सीएसव्ही अग्रोहा भवन, गोमाबाई रोड पर आयोजित किया गया। जिसमें सैकड़ों युवतियों, बालिकाओं, महिलाओं ने भाग लिया गया। शिविर का उद्देश्य है कि उन्हें आकस्मिक परिस्थिति में अपनी सुरक्षा के लिए दूसरों पर निर्भर ना होना पड़े और खुद आत्मनिर्भर हों।
शिविर की जानकारी देते हुवे भारत विकास परिषद की महिला प्रमुख शिवा मित्तल ने बताया की इस शिविर में प्रशिक्षक प्रांतीय संस्कार प्रमुख श्रीमती पूजा देवेंद्र चित्तौड़ा उज्जैन ने अपनी साथी टीम के साथ युवतियों, बालिकाओं और महिलाओं को विकट परिस्थितियों में सुरक्षा हेतु तीन दिवसीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण प्रदान किया।
शिविर में स्वयं की रक्षा तथा शारीरिक रूप से सक्षम बनने के लिए मददगार के गुर सिखाए गए। जिसमें बालिकाओं को दंड चलाने का प्रशिक्षण सहित अन्य प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान पारंपरिक खेल खिलाए गए। जिससे शारीरिक और मानसिक रूप से बालिकाओं में साहस के साथ स्वस्थ होकर अपना जीवन कैसे जिया जाए बताया गया। साथ ही साथ अपने संस्कारों से जुड़े और अपने धर्म और देश के प्रति जागरूक नागरिक बने अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए किसी भी कठिन समय को कैसे सामना करना चाहिए की जानकारी प्रदान की।
साथ ही प्रेरणादायक उद्बोधन से अपने अंदर आत्मविश्वास और मजबूती जगाना कार्यशाला में सिखाया गया। तीन दिवसीय शिविर में लगभग 110 की संख्या में युवतियों बालिकाओं महिलाओं ने भाग लिया। समापन समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि नीमच विधायक दिलीप सिंह जी परिहार, भाजपा नेता संतोष जी चोपड़ा, डेप्युटी कलेक्टर किरण जी आंजना, प्रशिक्षिका श्रीमती पूजा जी चित्तौड़ा आदि मंचासीन थे।
समापन समारोह कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता और स्वामी विवेकानंद जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर की गई। शिविर शिक्षक और उनकी टीम सदस्यों द्वारा बहुत ही सुंदर डेमो प्रस्तुत किया गया। शिविर शिक्षक पूजा चित्तौड़ा का सम्मान किया गया।
प्रशिक्षण के दौरान महिलाओं में आत्मविश्वास पैदा किया गया कि अगर विकट परिस्थिति में कोई आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति या नशेड़ी किस्म के लोग महिलाओं से छेड़छाड़ करे तो इनसे निपटा जा सकता है। यही नहीं प्रशिक्षण में यह भी सिखाया गया कि अगर एकदम आक्रमण करे तो उसका माकूल जवाब किस तरह दिया जा सकता है। समापन दिवस पर बच्चियों तथा महिलाओं ने 3 दिन में जो प्रशिक्षण लिया प्रशिक्षु के सामने करतब भी करके दिखाएं।
इस दौरान विधायक दिलीप सिंह परिहार ने कहा की बालिकाओं को आत्मरक्षा के लिए ट्रेनिंग दी जा रही है। बालिकाएं स्वंय की रक्षा करें और दूसरों की भी कर सकें। इस तरह की ट्रेनिंग बालिकाओं को देना जरूरी है। बालिकाओं में आत्मविश्वास व साहस पैदा करने के लिए इस तरह के आयोजनों की आवश्यकता है। पीएम मोदी इस प्रकार के आयोजनों तथा खेलों को प्रोत्साहन देते हैं।
भाजपा नेता संतोष चोपड़ा ने कहा इस प्रकार के आयोजनों से बच्चों में आत्मविश्वास, आत्म-अनुशासन और आत्म-सम्मान के साथ-साथ दूसरों के प्रति सम्मान विकसित होता है। बालिकाएं आवश्यक्ता पड़ने पर अपनी रक्षा करने के साथ दूसरों की भी सहायता कर सकें इस भाव के साथ तीन दिवसीय बालिका आत्मरक्षा शिविर का आयोजन किया गया था।
डेप्युटी कलेक्टर किरण जी आंजना ने इस आयोजन की सराहना की और कहा कि इस प्रकार के आयोजन से बालिकाओं में आत्मनिर्भरता का भाव जागृत होता है। शिविर में भाग लेने वाली सभी महिलाओ, युवतियों, बालिकाओं को प्रमाण पत्र प्रदान कर उनका उत्साह वर्धन के साथ सम्मानित किया।