विभाग की निविदा तथा कार्यादेश प्रणाली पर उठने लगे सवाल, डीडीओ में कार्यरत सभी शासकीय सेवकों के डाटा फिड कैसे होगा 1 रुपये में

Neemuch 01-07-2024 Regional

नीमच। बीते दिनों जिला शिक्षा कार्यालय एवं विकासखण्ड शिक्षा कार्यालय अंतर्गत सभी डीडीओ में कार्यरत सभी शासकीय सेवकों के डाटा फिड करके फार्म 16 जनरेट करने एवं डीडीओ अंतर्गत जीएसटी मंथली रिटर्न एवं 24 क्यू 26 क्यू टीडीएस की त्रैमासिक रिटर्न कार्य हेतु निविदा आमंत्रित की गई थी। 

 
जिसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी जिला नीमव विभाग द्वारा निविदा की दर न्युनतम पाये जाने पर मेसर्स सुमीत जिन्दल एण्ड कंपनी जिन्दानी चेम्बर्स बंगला न. 59 नीमच को विभाग द्वारा कार्यादेश प्रदान कर कार्यालय अंतर्गत समस्त डीडीओ के कर्मचारीयों का इनकम टैक्स, जीएसटी मंथली रिटर्न एवं 24 क्यू 26 क्यू टीडीएस की त्रैमासिक विवरण, समस्त कर्मचारीयों का डाटा फिड कर फार्म 16 जनरेट करने का काम उक्त फर्म सुमीत जिन्दानी एण्ड कंपनी जिन्दानी चेम्बर्स की निविदा की दर न्युनतम पाये जाने से उक्त कार्य हेतु विभाग की शर्तों के अंतर्गत कार्यादेश तो कर दिया गया पर अब इस पूरी प्रणाली पर ही सवाल खड़े होने लगे है। 
 
उक्त कार्यादेश पर कई कर सलाहकार को आपत्ति है। इस बारे में अंकित अग्रवाल एंड कंपनी ऐड. अंकित अग्रवाल (कर सलाहकार) ने आपत्ति के कई कारण बताए। जिसमे सर्व प्रथम निविदा को केवल 1 समाचार पत्र में प्रकाशित किया गया था जो की अव्यवहारिक है, इसे कम से कम 2 समाचार पत्रों के प्रकाशित किया जाना आवश्यक था।

जिसके बाद पुर कार्य की ये दरे मात्र 1.00 तथा शून्य रुपये में किसी भी प्रकार से कार्य करने के लिए वैधानिक दरे प्रतीत नहीं होती है। इतना ही नहीं फर्म सुमीत जिन्दानी एण्ड कंपनी जिन्दानी चेम्बर्स को कार्यादेश तो कर दिया पर उपरोक्त संस्था का स्वयं का जीएसटी का पंजीयन भी नहीं है जो की निविदा फार्म के अनुसार आवश्यक क्रमांक 04 में आवश्यक थी।

मात्र 1 रुपये की दरो पर कार्य करने पर किसी भी प्रकार से कार्य कुशलता पूर्वक नहीं किया जा सकता है एवं अन्यत्र तरीके से कर्मचारियों से फायदा उठाकर उन्हें अतिरिक्त भुगतान के लिए दबाव बनाये जाने की अधिकतम संभावना है। या उक्त संस्था का उद्देश्य विभाग से अन्य लाभार्जन प्राप्त करना भी हो सकता है।

चूँकि कोई भी कार्य करने की एक लागत होती है जो की 1.00 रु. से ज्यादा ही होगी क्योंकि प्रति कर्मचारी फॉर्म 16 के 6 पेज होते है तथा उनका घोषणापत्र भी 2 पेज का होता है जिनकी छपाई तथा कागज का मूल्य ही ज्यादा होगा। इसके उपरांत अन्य लागते भी लगेगी। इसमें उपरांत जीएसटी का कार्य प्रतिमाह किया जाना तथा अन्य व्यापारियों का टीडीएस कार्य भी बिना किसी शुल्क के किया जा रहा है। इस सभी स्थिति को ध्यान में रखकर ये सम्पूर्ण कार्य मात्र 1.00 रु में किया जाना पूर्ण रूप से अव्यवहारिक है तथा असंभव है। इस प्रकार से 1.00 रु में कार्य स्वीकार करने वाली संस्था का मूल उद्देश्य भी समझ के परे है।

इस बारे में जिले के कई कर सलाहकार ने मांग की है कि उपरोक्त सभी तथ्यों को ध्यान में रखकर इस निविदा तथा कार्यादेश पर पुनर्विचार कर उपरोक्त कार्य आदेश को निरस्त कर नयी निविदा जो की कार्य के हिसाब से व्यावहारिक हो आमंत्रित की जाना चाहिए।